
डॉ. रीना रवि मालपानी
एक अलौकिक विलक्षण बालक है श्रीकृष्ण।
प्रेम से परमात्म प्राप्ति का द्वार है श्रीकृष्ण।
अलौकिक आनंद के जनक है श्रीकृष्ण।
माँ की सर्वश्रेष्ठ परिकल्पना है श्रीकृष्ण।
भक्तों के आराध्य है श्रीकृष्ण।
आराधक का अंतिम लक्ष्य है श्रीकृष्ण।
सर्वस्व गुणों से विभूषित है श्रीकृष्ण।
प्रेम की उत्कृष्ठ पराकाष्ठा है श्रीकृष्ण।
जीवन मूल्यों के प्रवर्तक है श्रीकृष्ण।
गोवर्धनधारी रक्षक है श्रीकृष्ण।
ब्रजभूमि की गलियों में विचरण करते है श्रीकृष्ण।
सौम्य चितवन से कांतिवान है श्रीकृष्ण।
समृद्धि के धनी कारावास में जन्म लेते है श्रीकृष्ण।
उपलब्धता के बीच माखनचोर है श्रीकृष्ण।
बंधनो से मुक्त मातृप्रेम में बंधक है श्रीकृष्ण।
अश्रुपूरित नेत्र से मित्रता कीर्तिवान करते है श्रीकृष्ण।
साधारण जीवन में आनंदित होते है श्रीकृष्ण।
भक्तों के आराध्य तारणहार है श्रीकृष्ण।
हर्षित मुख मुरली मनोहर नृत्यप्रेमी है श्रीकृष्ण।
हर रूप में सुशोभित अद्वितीय है श्रीकृष्ण।
डॉ. रीना कहती, ब्रह्मांड के पालनहार है श्रीकृष्ण।
¤ प्रकाशन परिचय ¤
![]() | From »डॉ. रीना रवि मालपानीकवयित्री एवं लेखिकाAddress »उधमपुर, जम्मू-कश्मीर | मो.न. : +91-9039551172 | email : reenaravimalpani@gmail.comPublisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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