राजेश ध्यानी शाम बोली रात से ? अब मेरा दिवाना आयेंगा , रात कहें शांम से मेरा...
Day: October 12, 2022
मुकेश कुमार ऋषि वर्मा जब प्रातः बेला में चिड़ियां गाती हैं कलियां खिलकर फूल बन जाती हैं...
सुनील कुमार माथुर आओं ऐसा दीप जलाएं जहां घोर अंधकार छाया हो अंहकार , घमंड , राग...
सुनील कुमार माथुर हर चेहरे पर मधु मुस्कान हो हर झौपड पट्टी और हर घर आंगन में...