हेल्थ इंश्योरेंस पर 18% GST वसूलना केंद्र सरकार का जनविरोधी कदम
हेल्थ इंश्योरेंस पर 18% GST वसूलना केंद्र सरकार का जनविरोधी कदम… नेताओं ने कहा कि हेल्थ इंश्योरेंस पर 18 % जी एस टी वापस कराने की मांग को लेकर संसद से सड़क तक इंडिया गठबंधन के नेता कार्यकर्ता आंदोलन कर रहे हैं, जिसे अगर अविलंब केंद्र सरकार वापस नहीं लेती है, जो आन्दोलन और बृहद होकर ज़न- ज़न मे फैल जाएगी। #अशोक शर्मा
गया, बिहार। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज दिनांक 08 अगस्त 2024 को गया के स्थानीय जीवन बीमा निगम कार्यालय चंदौती के समक्ष कॉंग्रेस पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओं ने शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन आयोजित कर केंद्र सरकार से हेल्थ इंश्योरेंस एवं लाइफ इंश्योरेंस पर लगने वाले 18 % जी एस टी को अविलंब वापस लेने की मांग की है।
धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम में शामिल गया जिला कॉंग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डॉ गगन कुमार मिश्रा, बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, बैजू प्रसाद, डॉ देविका मिश्रा, राजीव कुमार सिंह उर्फ लबी सिंह, अमित कुमार सिंह उर्फ रिंकू सिंह, रंजीत कुमार सिंह, मोहम्मद नवाब अली, शशिकांत सिन्हा, प्रदीप शर्मा, टिंकू गिरी, विनोद उपाध्याय, विपिन बिहारी सिन्हा, शिव कुमार चौरसिया, विद्या शर्मा, आदि ने कहा कि मोदी सरकार विगत तीन वर्षो में 24 हजार 500 करोड़ रुपये स्वस्थ बीमा पर 18 % जी एस टी वसूल कर अपना अमानवीय चेहरा को उजागर करने का काम किया है।
नेताओं ने कहा कि कोरोना महामारी 2019 के बाद 01 लाख रुपया की स्वस्थ्य बीमा योजना तीन गुना से अधिक महंगी हो गई है। 2022- 23 में 11 फीसदी, 2023- 24 में 22 फीसदी और 2024- 25 में 31 फीसदी बीमा महँगा किया गया, ऐसे में 2021-22 के मुकाबले बीमा का प्रीमियम 78 फीसदी तक बढ़ गया।
नेताओं ने कहा कि मेडिकल और स्वास्थ्य बीमा पर 18% जी एस टी पूरी तरह जनविरोधी है, इससे देश के गरीब, मध्यमवर्गीय परिवार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार पूरी तरह गरीब विरोधी सिद्ध हो रही है क्योंकि देश के चंद अमीरों के लिए हीरा पर 3% जी एस टी, तो आटा परीक्षा 5%, तथा हेल्थ इंश्योरेंस पर 18% जी एस टी वसूलने का काम कर रही है।
नेताओं ने कहा कि हेल्थ इंश्योरेंस पर 18 % जी एस टी वापस कराने की मांग को लेकर संसद से सड़क तक इंडिया गठबंधन के नेता कार्यकर्ता आंदोलन कर रहे हैं, जिसे अगर अविलंब केंद्र सरकार वापस नहीं लेती है, जो आन्दोलन और बृहद होकर ज़न- ज़न मे फैल जाएगी।
कॉमरेड बुद्धदेव भट्टाचार्य का जाना, जैसे हो गया मन का एक कोना सूना