हरदा के बालकवि दुहित ने किया काव्य गोष्ठी में काव्यपाठ
हरदा के बालकवि दुहित गौर ने ‘तीन रंगों से रंगा तिरंगा, है भारत की शान’ हास्य कवि एलजी लोमेश गौर ने ‘राम जी की भक्ति में बच्चा, बच्चा खो गया’ रचना प्रस्तुत की। सत्यवती आचार्य ने ‘चलो खुशियां मनाई आज, हमारे राम आए हैं’ कविता मधुर ने ‘इसकी हर बात जुदा सबसे, जग भी यशगान करे इसका’ प्रियंका व ने ‘कवि!’ तू क्या कहने आया है’ रचना श्रीवास्तव ने प्रस्तुत की।
हिन्दी साहित्य प्रचार सभा, चरखी दादरी एवं आओ कविता करना सीखें समूह के संयुक्त तत्वावधान में 75वें गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में एक ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें सभा अध्यक्ष रोशनी शर्मा, कवयित्री डॉ. अनीता भारद्वाज कार्यक्रम अध्यक्ष, भिवानी के वरिष्ठ शायर डॉ. विजेंद्र ग़ाफ़लि डॉ. अरुण मित्तल विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल रहे।
कार्यक्रम की शुभारम्भ सुमनलता ने माँ शारदे की वंदना से किया एवं संचालन अनिल शर्मा ‘चिंतक’ ने किया। डॉ. अनीता भारद्वाज ने ‘शहीदों की शहादत हैं करें हम वंदना दिल से’ कविता से शहीदों को नमन किया। विशिष्ट अतिथि डॉ विजेंद्र ग़ाफ़लि ने ‘वक़्त के फसाने की वारदात लंबी है’ एवं डॉ. अरुण मित्तल ‘अद्भुत’ ने ‘जिस्म भीगा शबाब भीगा है, हुस्न यूँ बेहिसाब भीगा है’ ग़जल प्रस्तुत कर सबकी तालियाँ बटोरी।
रोशनी शर्मा ने ‘चंदन सा पवित्र मेरा देश हिंदुस्तान है’ रचना सुनाई, पुष्पलता आर्य ने ‘सुखद मंगल वेला आई, अवध में लौटे रघुराई’ मेहुल लूथरा ने ‘भारत माता कह रही नफरत की बेड़ी तोड़ दो, मुझे गाली देना बंद करो, या माता कहना छोड़ दो’ कविता सुनाई। गजेंद्र रोहिल्ला ने ‘वतन की मुहब्बत पूछ के नहीं होती, डॉ. महिपाल सिंह ने ‘जीते जी कोई कंधा दे तो कोई बात बने, आओ कविता करना सीखें समूह के संस्थापक योगेश समदर्शी ने ‘क्या हमारे राम होकर मौन घर को लौट आते?,
हरदा के बालकवि दुहित गौर ने ‘तीन रंगों से रंगा तिरंगा, है भारत की शान’ हास्य कवि एलजी लोमेश गौर ने ‘राम जी की भक्ति में बच्चा, बच्चा खो गया’ रचना प्रस्तुत की। सत्यवती आचार्य ने ‘चलो खुशियां मनाई आज, हमारे राम आये हैं तथा नेताजी सुभाष चन्द्र के वर्षगांठ पर “नेता जी” कविता भी सुनाईl कविता मधुर ने ‘इसकी हर बात जुदा सबसे, जग भी यशगान करे इसका’ प्रियंका व ने ‘कवि!’ तू क्या कहने आया है’ रचना श्रीवास्तव ने प्रस्तुत की। कार्यक्रम के अंत में सभा अध्यक्ष रोशनी शर्मा ने सबका आभार ज्ञापित किया।