राष्ट्रीय समाचार
रक्तदान सबसे बडी सेवा : माथुर

रक्तदान करने के बाद जो खुशी मिलती है उसे बयां नहीं कर सकता, चूंकि रक्तदान सबसे बडी सेवा हैं। आपके रक्त से किसी की जान बच जाये तो इससे बडा तोहफा कोई भी नहीं हो सकता।
उदयपुर। भगवान परशुराम जी के जन्मोत्सव पर यहां 8 मई को विप्र फाउण्डेशन उदयपुर ध्दारा आयोजित रक्तदान शिविर में प्रमोद माथुर-उषा माथुर के सुपुत्र मुदित माथुर ने स्वैच्छिक रक्तदान कर के मानव कल्याणार्थ सराहनीय कार्य किया।
रक्तदान शिविर के बाद मुदित माथुर ने बताया कि जरूरतमंद लोगों की मुसीबत के समय मदद करना ही सच्ची मानवता है। रक्तदान करने के बाद जो खुशी मिलती है उसे बयां नहीं कर सकता, चूंकि रक्तदान सबसे बडी सेवा हैं। आपके रक्त से किसी की जान बच जाये तो इससे बडा तोहफा कोई भी नहीं हो सकता।