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उत्तराखण्ड समाचार

मंत्री गणेश जोशी ने किया ले0 कर्नल धन सिंह थापा द्वार का लोकार्पण

मेजर थापा सहित बचे लोगों को युद्ध के कैदियों के रूप में कैद कर लिया गया था। अपने महान कृत्यों और अपने सैनिकों को युद्ध के दौरान प्रेरित करने के उनके प्रयासों के कारण उन्हें परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया।

देहरादून। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने बुधवार को गढ़ी कैंट के डाकरा में हंस फाउंडेशन के सहयोग से निर्मित 1/8 गोरखा राइफल्स से परमवीर चक्र ले० कर्नल धन सिंह थापा द्वार का लोकार्पण किया गया। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने हंस फाउंडेशन की संस्थापक माता मंगला का आभार जताया। उन्होंने कहा हंस फाउंडेशन के द्वारा समय – समय पर प्रदेश में कई सामाजिक कार्यों में अहम भूमिका निभाता रहा है। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा शहीदों का सम्मान करना हर देश वासियों का कर्तव्य है।

उन्होंने कहा प्रदेश की धामी सरकार शहीदों के सम्मान और उनके आश्रितों के कल्याण के लिए अनेकों कल्याणकारी योजनाएं संचालित की गई है। जिससे सैनिकों के आश्रितों के लाभान्वित किया जा रहा है। गौरतलब है, कि भारत द्वारा अधिकृत विवादित क्षेत्र में बढ़ते चीनी घुसपैठ के जवाब में भारत सरकार ने फॉरवर्ड पॉलिसी को लागू किया। योजना यह थी कि चीन के सामने कई छोटी-छोटी पोस्टों की स्थापना की जाए। चीन-भारतीय युद्ध अक्टूबर 1962 में शुरू हुआ।

21 अक्तूबर को, चीनी ने पैनगॉन्ग झील के उत्तर में सिरिजैप और यूल पर कब्जा करने के उद्देश्य से घुसपैठ शुरू की थी। सिरिजैप 1, पांगॉन्ग झील के उत्तरी किनारे पर 8 गोरखा राइफल्स की प्रथम बटालियन द्वारा स्थापित एक पोस्ट थी जो मेजर धन सिंह थापा की कमान में थी। जल्द ही यह पोस्ट चीनी सेनाओं द्वारा घेर लिया गया था। मेजर थापा और उनके सैनिकों ने इस पोस्ट पर होने वाले तीन आक्रमणों को असफल कर दिया।

मेजर थापा सहित बचे लोगों को युद्ध के कैदियों के रूप में कैद कर लिया गया था। अपने महान कृत्यों और अपने सैनिकों को युद्ध के दौरान प्रेरित करने के उनके प्रयासों के कारण उन्हें परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर गोरखाली सुधार सभा अध्यक्ष पदम सिंह थापा, हंस फाउंडेशन से योगेश सुंदरियाल, मंडल अध्यक्ष ज्योति कोटिया, संध्या थापा, विष्णु गुप्ता, मीनू क्षेत्री, प्रभा शाह, कमली भट्ट, मनोज क्षेत्री सहित कई लोग उपस्थित रहे।


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