बेटी की डोली से पहले उठा पिता का जनाजा

बेटी की डोली से पहले उठा पिता का जनाजा… दोनों परिवार घटना से स्तब्ध हैं। बरात पक्ष से दूल्हा समेत नाते-रिश्तेदार अनवर के जनाजे में शामिल हुए। देर रात तक निकाह नहीं हुआ था। मालूम हो कि छह महीने पहले मां रानी की भी बीमारी से मौत हो चुकी है।
कानपुर। कानपुर में भीतरगांव के बेहटा-बुजुर्ग गांव में सोमवार को हृदय विदारक घटना हुई। शाम को बेटी का निकाह होने वाला था, बरात की अगवानी की तैयारी चल रही थी। इसी बीच दोपहर में लड़की के पिता को अचानक उल्टियां शुरू हो गईं।
हालत बिगड़ने पर परिजन उन्हें भीतरगांव सीएचसी लेकर पहुंचे, वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बेटी की डोली उठने से पहले शाम को गमगीन माहौल में पिता का जनाजा उठा। गांव बाहर कब्रिस्तान में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
बेहटा-बुजुर्ग गांव निवासी मोहम्मद अनवर उर्फ टिल्लू की दो पुत्रियां आसिया और सूफिया तथा दो पुत्र अरमान और ईशान हैं। बड़ी बेटी आसिया का निकाह कानपुर के जाजमऊ में तय हुआ था। सोमवार को बरात आनी थी। दोपहर में अनवर की तबीयत बिगड़ गई।
उन्हें भीतरगांव सीएचसी लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पिता की मौत की खबर सुनते ही हाथों में मेहंदी रचाए दुल्हन के वेष में सजी-धजी आलिया बिलख पड़ी। उधर, इसकी सूचना जब तक दूल्हा पक्ष को दी जाती, बरात गांव के आधे रास्ते पर पहुंच चुकी थी।
दोनों परिवार घटना से स्तब्ध हैं। बरात पक्ष से दूल्हा समेत नाते-रिश्तेदार अनवर के जनाजे में शामिल हुए। देर रात तक निकाह नहीं हुआ था। मालूम हो कि छह महीने पहले मां रानी की भी बीमारी से मौत हो चुकी है। अब पिता की मौत के बाद सभी बच्चे अनाथ हो गए।
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