बच्चों को बताएं गुड टच और बैड टच
माता- पिता अपने बच्चों को अभी से सही ग़लत समझाएं। उनसे दोस्तों जैसा व्यवहार करें, उनकी हर बात सुनें। उन्हें कोई गलत जगह टच करे तो तुरंत अपने मम्मी- पापा को बताएं,और यदि आप शिक्षक हैं तो अपने स्कूल के बच्चों को भी बताएं। #सुनील कुमार, बहराइच, उत्तर प्रदेश
साथियों समाचार पत्रों और सोशल मीडिया में बाल यौन उत्पीड़न की घटनाएं अक्सर देखने को मिलती हैं। एक सर्वे के मुताबिक बच्चों के यौन उत्पीड़न से सम्बन्धित 80 प्रतिशत से अधिक मामलों में उत्पीड़न करने वाले उनके करीबी रिश्तेदार या खास परिजन ही होते हैं। ऐसे लोग बच्चों को बहला-फुसलाकर, डरा- धमका कर या उन्हें किसी प्रकार का प्रलोभन देकर उनका यौन शोषण करते हैं।
समाज में आएदिन बढ़ रही बाल यौन उत्पीड़न की वारदातों को रोकने को लिए यह आवश्यक हो जाता है, कि हम सही समय पर बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में बताएं। अक्सर संकोचवश माता-पिता अपने बच्चों से इस गंभीर विषय पर कभी बात ही नहीं करते। बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में बताने में बिल्कुल संकोच न करें।
हमारी आपकी थोड़ी सी सतर्कता हमारे बच्चों को किसी गंभीर घटना का शिकार होने से बचा सकती है।बच्चों को समझाएं कि अगर कोई भी व्यक्ति उनको गलत तरीके से छूता है, उनके साथ किसी प्रकार का गलत काम या व्यवहार करता है और उन्हें मम्मी-पापा से बताने को मना करता है, तो बच्चे अपने मम्मी- पापा से वो बात जरूर बताएं।
माता- पिता अपने बच्चों को अभी से सही ग़लत समझाएं। उनसे दोस्तों जैसा व्यवहार करें, उनकी हर बात सुनें। उन्हें कोई गलत जगह टच करे तो तुरंत अपने मम्मी- पापा को बताएं,और यदि आप शिक्षक हैं तो अपने स्कूल के बच्चों को भी बताएं। बदलती हुई सामाजिक परिस्थितियों को देखते हुए आज हर बच्चे को इसकी जानकारी होना आवश्यक हो गया है।