पिथौरागढ़ : पोस्ट पार्टम हेमरेज से हुई थी महिला की मौत
पिथौरागढ़ : पोस्ट पार्टम हेमरेज से हुई थी महिला की मौत… महिला को बचाने की काफी कोशिश की गई थी लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। बता दें कि वर्ष 2019-20 में जिला महिला अस्पताल में प्रसव के बाद तीन महिलाओं की मौत हो गई थी। जिला अस्पताल के पीएमएस डॉ. जेएस नबियाल ने बताया कि प्रसव के बाद बच्ची काफी देर तक रोई नहीं थी जिस कारण उसे भर्ती किया गया था।
पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ जिला महिला चिकित्सालय में कनालीछीना विकासखंड के भंडारीगांव से प्रसव के लिए आई एक महिला की पोस्ट पार्टम हेमरेज के कारण प्रसव के बाद मौत हो गई थी। प्रसव के बाद बच्चेदानी के नहीं सुकड़ने से अधिक रक्तस्राव हो गया था जिस कारण डॉक्टर महिला को नहीं बचा पाए थे। डिलीवरी के दौरान 60 प्रतिशत महिलाओं में पोस्ट पार्टम हेमरेज (पीपीएच) का खतरा रहता है।
21 मई भंडारी गांव की एक गर्भवती को परिजनों ने जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया था। 23 मई को शाम पांच बजे महिला को प्रसव पीड़ा उठी थी। 6:30 बजे में महिला ने शिशु (लड़की) को जन्म दिया था। जिला अस्पताल के पीएमएस डॉ. जेएस नबियाल ने बताया कि गर्भधारण करने के बाद बच्चेदानी का आकार बढ़ जाता है।
प्रसव के कुछ समय बाद वह खुद सिकुड़ जाती है लेकिन भंडारी गांव से आई महिला की बच्चेदानी सिकुड़ नहीं पाई जिस कारण ज्यादा रक्तस्राव हो गया। महिला को बचाने की काफी कोशिश की गई थी लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। बता दें कि वर्ष 2019-20 में जिला महिला अस्पताल में प्रसव के बाद तीन महिलाओं की मौत हो गई थी। जिला अस्पताल के पीएमएस डॉ. जेएस नबियाल ने बताया कि प्रसव के बाद बच्ची काफी देर तक रोई नहीं थी जिस कारण उसे भर्ती किया गया था।
प्रसव के बाद महिला की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद महिला का पति सदमे की हालत में पत्नी के शव के साथ अस्पताल से चला गया था। उन्होंने बताया कि महिला के पति के क्रियाकर्म में होने की वजह से नवजात को उसकी बुआ को सौंपा गया है।
ढूनामानी में आवासीय भवन में लगी आग
दिल्ली के बेबी केयर सेंटर में भीषण आग, 7 नवजात की मौत… देखें वीडियो