जवीर-मीना को बहकावे से पार्क में बुलाया… घर पर किसी को नहीं था पता
जवीर-मीना को बहकावे से पार्क में बुलाया… घर पर किसी को नहीं था पता… हालांकि पुलिस टीम गांव में जाकर छानबीन कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि मीना के सिर में दो गोलियां लगीं थी, जो कि उसकी कनपटी के आर-पार हो गई।
हिसार। नवविवाहित तेजवीर सिंहमार व मीना मलिक घर से दिल्ली जाने की बात कहकर निकले थे। दिल्ली रवाना होने से पहले दोनों हुकुम चंद जैन पार्क में पहुंचे, जहां दो युवकों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। पार्क में किसके कहने पर पहुंचे थे, इसकी जानकारी परिजनों को नहीं थी। चूंकि दोनों को पहले से ही जान से मार देने की धमकियां मिल रहीं थीं। ऐसे में पुलिस को शक है कि तेजवीर व मीना को किसी व्यक्ति ने बहकावा देकर पार्क में बुलाया था और फिर उनकी हत्या कर दी।
सूचना मिलने पर पहुंचे परिजनों व ग्रामीणों ने बताया कि तेजवीर को विवाह से पहले व बाद में भी जान से मारने की धमकियां मिल रहीं थीं। रविवार को दोनों सुल्तानपुर गए थे और बाद में लौट आए। पार्क में लड़की पक्ष के किस व्यक्ति के कहने से आए थे यह तो नहीं पता चला, लेकिन परिजनों का मानना है कि किसी ने उन्हें बहकावे में लेकर यहां बुलाया होगा। क्योंकि पार्क में आने की बात तेजवीर ने न तो परिजन और न ही अपने किसी दोस्त को बताई थी। परिजनों का कहना था कि वह इस बारे में किसी को बताता को अकेले पार्क में जाने से जरूर रोकते।
गांव के युवकों ने बताया कि तेजवीर ने मीना से कब विवाह किया इस बात की जानकारी उन्हें कभी नहीं मिली। न ही तेजवीर ने कभी सोशल मीडिया पर पत्नी के साथ कोई फोटो डाली। तेजवीर का मानना था कि पहले लड़की पक्ष के लोग मान जाएं। उसके बाद वह सभी को विवाह के बारे में बताएगा। वारदात के बाद तेजवीर के परिजन व काफी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे, लेकिन लड़की पक्ष से कोई नहीं आया। इस पर पुलिस की एक टीम सुल्तानपुर में मीना के घर पर भी गई। करीब 28 वर्षीय तेजवीर दिल्ली में फाइनेंस कंपनी में काम करता था। वह गांव में सर्कल कबड्डी का भी खिलाड़ी था।
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वहीं 26 वर्षीय मीना मलिक पढ़ाई के बाद घर पर ही रहती थी। तेजवीर का मामा सुभाष मीना का फूफा लगता है। अक्सर पारिवारिक कार्यक्रमों में दोनों का मिलना होता था। करीब डेढ़ वर्ष पहले दोनों की मुलाकातें बढ़ी व प्रेम-प्रसंग में बदल गईं। साढे़ नौ बजे के करीब पार्क में कोई चहल पहल नहीं थी। ऐसे में आरोपियों को भागने में आसानी हुई। पुलिस को तत्काल जानकारी नहीं मिल पाई। एक-दो व्यक्ति पार्क के किसी कौने में थे, लेकिन दहशत की वजह से वारदात के दौरान सामने नहीं आए. पुलिस के अनुसार मीना के भाई पर सचिन पर कैथल में आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
उसकी तलाश के लिए कैथल पुलिस की एसटीएफ गांव में पहुंची थी। सचिन के न मिलने पर पुलिस की टीम लौट गई। सचिन पर 2017 में सदर थाने में लड़ाई-झगड़े का केस दर्ज है। फिलहाल वह फरार है। मीना के गांव सुल्तानपुर में कोई भी व्यक्ति घटना के बारे में बातचीत करने से बच रहा है। सभी का कहना है कि उन्हें मना किया गया है कि इस मामले में कोई भी गांव से बाहर के व्यक्ति को कुछ नहीं बताएगा।
हालांकि पुलिस टीम गांव में जाकर छानबीन कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि मीना के सिर में दो गोलियां लगीं थी, जो कि उसकी कनपटी के आर-पार हो गई। एक गोली गर्दन में फंस गई। तेजवीर पांच गोलियां मारीं गईं। एक पसली में, एक पीठ और एक पेट व दो गोलियां उसके सिर में मारी गई। उसके शरीर से पांच गोलियां निकालीं गईं। दो चिकित्सकों के बोर्ड ने करीब पौने चार घंटे तक पोस्टमार्टम किया।
हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमों का गठन किया है। पुलिस के अलावा सीआईए की दोनों टीमें, स्पेशल स्टाफ की टीमें जांच कर रही है। आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। जल्द ही आरोपी गिरफ्त में होंगे।
– धीरज कुमार, डीएसपी हांसी