
वायुसेना हेलीकॉप्टर द्वारा जंगलों के उच्च स्थानों में लगी आग को बुझाई गई। कहा कि बारिश होने के बाद जनपद के अंतर्गत वनाग्नि घटना की सूचना नहीं है। हालांकि वन विभाग, राजस्व विभाग सहित अन्य द्वारा निरंतर रूप से जंगलों का गश्त भी किया जा रहा है।
[/box]पौड़ी। जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान ने वन विभाग और एनडीआरएफ के कार्मिकों के साथ जंगलों में लग रही आग को रोकने के लिए बैठक की। उन्होंने कहा कि जिन जगहों पर वनाग्नि की ज्यादा घटनाएं हो रही हैं वहां एनडीआरएफ की तैनाती करने का निर्णय भी लिया गया है। जिलाधिकारी ने बैठक में कहा कि पिछले कई दिनों से जंगलों में लगी आग बारिश होने से नियंत्रित हुई है।
उन्होंने कहा कि जंगलों में आग फिर से देखने को मिलती है तो वन विभाग के अलावा एनडीआरएफ की तैनाती की जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में एनडीआरएफ उधम सिंह नगर की तैनाती की गई है। उन्होंने कहा कि जंगलों में आग की घटनाएं बढ़ती हैं तो उन क्षेत्रों में आग पर काबू पाने के लिए एनडीआरएफ की मदद ली जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि बारिश से पूर्व तीन दिन तक वायुसेना के हेलीकॉप्टर की मदद ली गई।
वायुसेना हेलीकॉप्टर द्वारा जंगलों के उच्च स्थानों में लगी आग को बुझाई गई। कहा कि बारिश होने के बाद जनपद के अंतर्गत वनाग्नि घटना की सूचना नहीं है। हालांकि वन विभाग, राजस्व विभाग सहित अन्य द्वारा निरंतर रूप से जंगलों का गश्त भी किया जा रहा है। कहा कि आग की घटना मिलने पर तत्काल उन क्षेत्रों में आग पर काबू पाने के लिए एनडीआरएफ के साथ ही वन विभाग की टीम भेजी जाएगी।
इस दौरान आग के प्रकोप को रोकने के लिए एनडीआरएफ के कार्मिकों ने अपने अनुभव को साझा किया और जिला प्रशासन के साथ मिलकर वनाग्नि घटनाओं को रोकने की बात कही। बैठक में डीएफओ गढ़वाल स्वन्पिल अनिरूद्व, अपर जिलाधिकारी ईला गिरी व एनडीआरएफ के कार्मिक उपस्थित थे।