छिरकानी में ग्लेशियर खिसकने से मुनस्यारी-मिलम मार्ग बंद
19 अप्रैल को मतदान के लिए निचले क्षेत्रों को आए लोग भी उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बसे गांवों की ओर जा रहे हैं। ग्लेशियर के आने से उन्हें भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने जिला प्रशासन से शीघ्र बंद मार्ग को खोलने की मांग की है।
पिथौरागढ़। सीमांत जिले मुनस्यारी के मापांग के पास छिरकानी में ग्लेशियर खिसकने से सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मुनस्यारी-मिलम मार्ग बंद हो गया है। इससे माइग्रेशन पर जाने वाले 13 गांवों और चीन सीमा पर जाने वाले जवानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार शनिवार को चीन सीमा को जोड़ने वाले छिरकानी के पास ग्लेशियर आ गया। ग्लेशियर के आने के बाद जोहार वैली के बिल्जू, बुर्फू, खिलांच, टोला, गनघर, पांछू, मापा, मर्तोली, लास्पा, ल्वां, सुमतू, रिलकोट और रालम गांव के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान में इन गांवों के लिए माइग्रेशन शुरू हो गया है। रास्ता बंद होने से सबसे अधिक भेड़ पालकों को दिक्कतें हो रहीं हैं।
बीआरओ ने छिरकानी के पास ग्लेशियर आने से आई कुछ बर्फ हटा दी है, लेकिन नीचे की ओर बर्फ नहीं हटने से इस मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है। मुनस्यारी-मिलम मार्ग से बीआरओ ने सड़क पर आई कुछ बर्फ हटा दी है लेकिन यहां पर पैदल और वाहनों की आवाजाही संभव नहीं है। इस कारण लोगों की दिक्कतें बढ़ गईं हैं।
19 अप्रैल को मतदान के लिए निचले क्षेत्रों को आए लोग भी उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बसे गांवों की ओर जा रहे हैं। ग्लेशियर के आने से उन्हें भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने जिला प्रशासन से शीघ्र बंद मार्ग को खोलने की मांग की है। छिरकानी के पास प्रत्येक वर्ष गर्मी पड़ने के बाद ग्लेशियर आता है। कुछ समय पूर्व उच्च हिमालयी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी हुई थी, गर्मी पड़ने के कारण ये ग्लेशिर धीरे-धीरे खिसक रहे हैं।