कविता : जब… देवभूमि का साहित्य पटल आता है

देवभूमि के साहित्य पटल पर जब जब साहित्यिक आलेख आते हैं तब तब पाठकों व साहित्यकारो का आनन्द दो गुणा हो जाता है हर रचनाकार की रचना हमें सकारात्मक सोच सीखलाती हैं अंहकार का त्याग कर सत्य का भान कराती हैं, #सुनील कुमार माथुर, जोधपुर (राजस्थान)
देवभूमि का जब साहित्य पटल आता है
तब तब पाठकों व साहित्यकारो का
आनन्द दो गुणा हो जाता है
साहित्यकारों द्वारा कडी मेहनत कर
स्वाभिमान का पाठ पढ़ाया जाता है
वे कडी मेहनत कर
नये भारत के नव निर्माण का संदेश देते हैं
अपनी मर्यादा का ख्याल रखना
ये आलेख हमें बतलाते हैं
पटल की सभी साहित्यिक रचनाएं
प्रेरणादायक, शिक्षाप्रद और
ज्ञानवर्धक होती हैं और
पाठकों का स्वच्छ और स्वस्थ
मनोरंजन करती हैं
देवभूमि के साहित्य पटल पर
जब जब साहित्यिक आलेख आते हैं
तब तब पाठकों व साहित्यकारो का
आनन्द दो गुणा हो जाता है
हर रचनाकार की रचना
हमें सकारात्मक सोच सीखलाती हैं
अंहकार का त्याग कर
सत्य का भान कराती हैं
जीत हार एक सिक्के के दो पहलू हैं
इसका भान हमें हर साहित्यकार कराता है
Nice
अति सुंदर
Nice poem