कविता : अलविदा 2023, स्वागत है 2024

विश्व को प्रेम-दया का संदेश बतला देना, कह माथुर कविराज, शिक्षा के क्षेत्र में समाज हर तरफ आगे बढे, सभी को संस्कार युक्त शिक्षा मिलें, नारी जाति को सम्मान मिले, हर नागरिक सुरक्षित रहे, हिंसा, बेइमानी, छल कपट, भ्रष्टाचार का, #सुनील कुमार माथुर, जोधपुर (राजस्थान)
अलविदा 2023, स्वागत है 2024
पुरानी बातों को तुम भूल जाओं और
नये उत्साह और उमंग से तुम
नये कार्यो में जुट जाओं
इस हल्की हल्की शीत लहर में
सामाजिक सौहार्द को बढा देना
देश की विकास यात्रा में
नई ऊर्जा का संचार कर देना
अर्थपूर्ण जीवन जीने की दिशा
तुम हमें बतला देना
अलविदा 2023, स्वागत है 2024
अमन-चैन की फिर से तुम
स्थापना कर देना
विश्व को प्रेम – दया का संदेश बतला देना
कह माथुर कविराज
शिक्षा के क्षेत्र में समाज हर तरफ आगे बढे
सभी को संस्कार युक्त शिक्षा मिलें
नारी जाति को सम्मान मिले
हर नागरिक सुरक्षित रहे
हिंसा, बेइमानी, छल कपट, भ्रष्टाचार का
कहीं भी नामों निशान न हो
नया वर्ष नया संकल्प लेकर
सकारात्मक सोच के साथ आगे बढे
अलविदा 2023, स्वागत है – 2024
देवभूमि समाचार में इंटरनेट के माध्यम से पत्रकार और लेखकों की लेखनी को समाचार के रूप में जनता के सामने प्रकाशित एवं प्रसारित किया जा रहा है। अपने शब्दों में देवभूमि समाचार से संबंधित अपनी टिप्पणी दें एवं 1, 2, 3, 4, 5 स्टार से रैंकिंग करें।
Advertisement…
Advertisement…
Advertisement…
Nice poem
Nice
Nice