साहित्य लहर
बाल कविता : पुस्तक
पुस्तकें हमारे मनोरंजन का श्रेष्ठ साधन हैं पुस्तकें ही हमारे जीवन का सार हैं इसलिए पुस्तकें पढें और प्रगति के पथ पर आगे बढते रहे #सुनील कुमार माथुर, जोधपुर, राजस्थान
पुस्तक कोई कागज का पुलिंदा नहीं है
पुस्तक – पुस्तक हैं जिसमें दुनियां का
अथाह ज्ञान समाया हुआ है
नियमित रूप से पुस्तकें पढने से
न केवल हमारा ज्ञान ही बढता हैं अपितु
पुस्तकें हमें संस्कारवान, ज्ञानवान व
चरित्रवान नागरिक बनाती हैं
पुस्तकें अकेलेपन में हमारा सच्चा साथी हैं
पुस्तकें हैं तो हम हैं
पुस्तकें हैं तो ज्ञान का भण्डार है
पुस्तकें हमारे मनोरंजन का श्रेष्ठ साधन हैं
पुस्तकें ही हमारे जीवन का सार हैं
इसलिए पुस्तकें पढें और
प्रगति के पथ पर आगे बढते रहे
Nice
Nice and true article
Nice poem