
ओम प्रकाश उनियाल (स्वतंत्र पत्रकार)
3 दिसंबर को पाक अधिकृत कश्मीर के मीरपुर में रहने वाली 13 साल की एक लड़की का बलात्कार करने के बाद हत्या किए जाने पर पाक सरकार के खिलाफ विरोध के सुर फूटने लगे हैं। विरोधस्वरूप नागरिकों ने प्रदर्शन भी किया। पर हालात वही ‘ढाक के तीन पात’। हत्यारा पाकिस्तान से ही है।
जो कि पिछले दस सालों से मीरपुर में ही रह रहा था। पीओके के कश्मीरी नागरिक पाकिस्तान सरकार की गलत नीतियों से पहले ही क्षुब्ध हैं, ऊपर से जुल्मों का शिकार होना पड़ता है उन्हें। गुलाम बनाकर रखती है पाक सरकार पीओके वासियों को। पाक सेना का राज चलता है वहां। पाकिस्तानी बेखौफ आते हैं वहां और तरह-तरह के अपराध करके फरार हो जाते हैं।
आवाज उठाने पर भी पाक सरकार उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करती। किसी प्रकार से न्याय नहीं मिलता उन्हें। यही कारण है कि बार-बार पीओके के नागरिकों का गुस्सा झेलना पड़ रहा है इमरान सरकार को। इमरान सरकार की गलत नीतियों के कारण पीओके के नागरिकों को अपने कई अधिकारों से वंचित रहना पड़ता है।
भरोसा उठता जा रहा है इमरान सरकार से यहां के नागरिकों का। पीओके में प्रकृति ने जहां भरपूर नियामत बिखेरी हुई है पाक सरकार यदि उसको विकसित कर वहीं के लोगों को आबाद करे तो खुशहाल पीओके बन सकता है। विकास नाम तो है लेकिन चीन जैसा देश वहां पर अपनी परियोजनाएं स्थापित कर वहां के लोगों का हक छीनने की कोशिश में रहता है।
कुल मिलाकर पीओके के नागरिक प्रकृति की गोद में वास करके भी नारकीय जीवन जीने को बाध्य हैं। बगावत का मुद्दा एक नहीं अनेक हैं। न्याय मिलने की उम्मीद इमरान सरकार से शून्य।
¤ प्रकाशन परिचय ¤
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From »ओम प्रकाश उनियाललेखक एवं स्वतंत्र पत्रकारAddress »कारगी ग्रांट, देहरादून (उत्तराखण्ड)Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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