
तनाव मुक्त शेड्यूल बनाकर ही बच्चों को परीक्षा के लिए करे तैयार… परीक्षा की तैयारी के दौरान सबसे बड़ी दिक्कत तब आती है जब स्कूलों में टाइम टेबल दिए जाने के बाद भी समय रहते हमारे बच्चे अच्छी तरह तैयारी नहीं कर पाते, इसीलिए … ✍️ प्रतिभा दुबे ( स्वतंत्र लेखिका) ग्वालियर, मध्य प्रदेश
परीक्षा का समय निकट आते ही बच्चों के साथ-साथ पेरेंट्स को भी चिंता सताने लगती हैं अधिकांश बच्चों पर परीक्षा का बहुत दबाव होता है ,जो कि बोर्ड एग्जाम वाले बच्चों पर दुगना बढ़ जाता है। ऐसे में माता पिता की भूमिका और भी अहम हो जाती है , बच्चों को पढ़ाई का वातावरण देना एवम् मानसिक रूप से तनावमुक्त रखने के लिए, हमें अपने बच्चों की परीक्षा की तैयारी शेड्यूल बनाकर ही करवानी चाहिए।
सभी सब्जेक्ट पर दें ध्यान : अधिकांश हम सिलेबस को पूर्ण करने के लिए छोटे-छोटे सब्जेक्ट को बाद में देखते हैं परंतु सच तो यह है कि साइंस , गणित , इंग्लिश , हिंदी , सोसल के साथ-साथ अन्य छोटे सब्जेक्ट को भी बच्चो को फ्री टाइम में लर्निंग हैबिट्स में लाना चाहिए ताकि एग्जाम के समय तैयारी रहने से किसी भी प्रकार का दवाब ना रहे , क्योंकि रिजल्ट मैं इन सब्जेक्ट में प्राप्त अंक भी अहम भूमिका निभाते हैं श्रेणी में आने के लिए।
समय का सदुपयोग लर्निंग में हो : समय पर होमवर्क पूरा करने की जवाबदारी सिर्फ बच्चों की नहीं है आप भी उन्हें समय-समय पर चेक करते रहें कि उनका क्लास वर्क कंप्लीट है या नहीं । बच्चों की सहायता करें उन पर चिल्लाए नहीं। कई बार परीक्षा सर पर होती है और होमवर्क पूरा ना होने के कारण आधे से ज्यादा समय सिर्फ क्लास वर्क को पूरा करने में चला जाता है इसलिए उन्हें अपडेट रहने के लिए कहें ताकि बच्चे अपना समय बचा कर उसे लर्निंग के लिए यूज कर सकें।
सभी सब्जेक्ट का बनाएं टाइम टेबल : परीक्षा की तैयारी के दौरान सबसे बड़ी दिक्कत तब आती है जब स्कूलों में टाइम टेबल दिए जाने के बाद भी समय रहते हमारे बच्चे अच्छी तरह तैयारी नहीं कर पाते, इसीलिए परीक्षा की तैयारी का सबसे सही तरीका है कि सभी सब्जेक्ट पर परीक्षा के दिनांक से पहिले ही बचे हुए दिनों का शेड्यूल बच्चे अपने टाइम टेबल के साथ सेट करें । किस सब्जेक्ट पर कितना ध्यान देना है और कितने दिन का समय अपने सब्जेक्ट की तैयारी करने के लिए चाहिए यह ध्यान में रखिए । परेशानी ना आए इसलिए सभी सब्जेक्ट का टाइम टेबल बनाए और प्री एग्जाम तक परीक्षा से संबंधित सभी तैयारियां पूरी करें। ताकि परीक्षा के समय तनाव मुक्त रहें।
घर का माहौल भी रखना चाहिए तनाव मुक्त : बच्चों को पढ़ाई की तैयारी करवाते समय हम भूल जाते हैं की घर का माहौल पढ़ाई के कारण कुछ अलग ही रूप धारण कर लेता हैं। बच्चे सारा सारा दिन पढ़ाई करके कुछ थकान भी महसूस करते हैं और इसलिए कुछ तनाव ग्रस्त भी हो जाते हैं, इसलिए इस तनाव से बच्चों को दूर रखते हुए उनके साथ फ्रेंडली माहौल के साथ साथ उनके मनोरंजन का भी ध्यान रखें ,इसके साथ कोशिश करे की बच्चे फ्री माइंड से ही पढाई करे जब भी करे । उनको खुश रखने के लिए उनके साथ गेम एक्टिविटी भी प्लान कर सकते हैं।
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