कविता : पुलिस हमारे देश की

पुलिस हमारे देश की, हँस-हँस सहती वार। परिजनों से दूर रहे, ले कंधे पर भार।। https://devbhoomisamachaar.com/wp-content/uploads/2025/02/Video-National-Games-2025.mp4 होली या दीपावली, कैसा भी हो काम। पुलिस रक्षक दल बने, बिना करे विश्राम।। हम रहते घर चैन से, पहरा दे दिन रात। पुलिस सामने आ अड़े, सहने हर आघात।। अमन शांति कायम रहे, प्रतिपल है तैयार। सतत, सजग … Continue reading कविता : पुलिस हमारे देश की