कविता : प्यार की कसम

जिंदगी में तुम मुस्कान लुटाती मन की बगिया को महकाती यादों में तुम रंग-बिरंगे फूल सजाती सबसे ज्यादा याद तुम्हारी आती लहरें समंदर की चौड़ी छाती पर रोज अठखेलियां करती प्यार भरे होंठों पर सुबह में हवा जिंदगी की कसम खाकर कहती जहरीला नाग सूरज के आंगन में रोज फण फैला रहा धरती काले बादलों … Continue reading कविता : प्यार की कसम