कविता : मेरी प्यारी बहना

खुशियों के खातिर हमारे,सदा कष्ट उठाती है रूठूं जो मैं कभी, पल भर में मुझे मनाती है मेरी प्यारी बहना, मेरे सुख-दुःख की साथी है। मेरे रोने पर रोती जो,मेरे हंसने पर मुस्काती है मेरे हर इक काम में जो, सदा हाथ बंटाती है मेरी प्यारी बहना, मेरे सुख-दुःख की साथी है। होली हो या … Continue reading कविता : मेरी प्यारी बहना