कीचड़ भरे रास्ते से स्कूल जाने को मजबूर बच्चे
मैंने मौके पर जाकर जायजा लिया है। यह भूमि कस्टोडियन की है। स्थानीय लोगों ने बताया है कि यह रास्ता वर्ष 1971 से बना हुआ है। स्थानीय लोग और केंद्रीय विद्यालय जाने वाले बच्चे यहीं से आते-जाते हैं। जिसने भी यह हरकत की है, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
-तहसीलदार, समृद्धि शर्मा
ज्यौड़ियां। ज्यौड़ियां में केंद्रीय विद्यालय की तरफ जाने वाले मार्ग को किसी ने ट्रैक्टर से जोत दिया है। ऐसे में जब बारिश हुई तो यहां कीचड़ हो गया। ऐसे में इस मार्ग से स्कूल जाने वाले बच्चों को परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है। मार्ग पर कीचड़ होने से बच्चों की यूनिफार्म व जूते गंदे हो जाते हैं। बच्चों ने बताया कि उनके स्कूल की तरफ जाने का यही एकमात्र रास्ता है। प्रशासन को रास्ते को ठीक करवाना चाहिए।
स्थानीय पंच सुभाष शर्मा, विजय कुमार, शामलाल ने बताया कि वर्ष 1971 से चक भगवाना, काली बड़ी और श्मशानघाट की तरफ जाने के लिए यही रास्ता है। कुछ शरारती तत्वों ने इस पर हल चलाकर रास्ते को बंद कर दिया। हमारी प्रशासन से मांग है कि जिन्होंने ऐसा किया है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। पंच सुभाष शर्मा ने कहा कि मार्ग में आने वाली भूमि निजी नहीं है, सरकार की है।
इसलिए जिन्होंने रास्ते को खराब किया है, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। शर्मा ने कहा कि रास्ते पर कीचड़ आने से यदि कोई बच्चे फिसलकर गिर जाएगा तो उसकी यूनीफार्म खराब हो जाएगी। ऐसे में उसे स्कूल जाने के बजाय घर लौटना होगा। इसलिए प्रशासन जल्द इसका संज्ञान ले। स्थानीय लोगों ने कहा है कि प्रशासन जल्द से जल्द इस मामले में कार्रवाई करे। ऐसा नहीं होने पर वे इसके खिलाफ सड़क पर उतरकर विरोध करेंगे।