रिश्वत लेते गिरफ्तार हुए अधिशासी अभियंता के घर से लाखों रुपये बरामद
रिश्वत लेते गिरफ्तार हुए अधिशासी अभियंता के घर से लाखों रुपये बरामद… अधिशासी अभियंता के घर से भारी मात्रा में कैश मिलने के बाद विजिलेंस ने ईई की संपत्ति खंगालानी शुरू कर दी है। साथ ही उसकी जमीन और बेनामी संपत्ति की भी जांच की जा रही है। आय से अधिक संपत्ति निकलने पर भी कार्रवाई होना तय है।
नैनीताल। लघु सिंचाई खंड नैनीताल के अधिशासी अभियंता कृष्ण सिंह कन्याल को विजिलेंस की टीम ने 50 हजार रुपये के रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। विजिलेंस की तीन टीमों ने अधिशासी अभियंता के देहरादून स्थित घर, हल्द्वानी किराए के मकान और ऊंचापुल स्थित लघु सिंचाई कार्यालय की रात भर जांच की। जांच में टीम ने 23.97 लाख कैश बरामद किया।
बता दें कि विजिलेंस के सीओ अनिल मनराल ने बताया कि बीते कुछ दिन पहले ठेकेदार ने कार्यालय में पहुंचकर शिकायत कि थी कि लघु सिचाई खंड नैनीताल के अधिशासी अभियंता कृष्ण सिंह कन्याल पुत्र श्री हरक सिंह निवासी लार्ड कृष्णा ग्रीन प्रथम तल वी-109 केदारपुरम मोथरो वाला देहरादून हाल निवासी मुकुल विहार सिजवाली काम्पलैक्स बी-5 प्रथम तल तल्ली बमौरी, लालडांठ बाईपास रोड हल्द्वानी उनसे घूस मांग रहा है। कहा कि 10 लाख के काम के एवज में 20 प्रतिशत राशि घूस के तौर पर मांगी जा रही है।
जांच करने में शिकायत सही पाई गई। विजिलेंस टीम ने आरोपी ईई को 50 हजार रुपये लेते हुए सिक्स सीजन रिजॉट, नया गांव कालाढूंगी के परिसर से रंगे हाथों गिरफ्तार किया। साथ ही उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत किया। सीओ विजिलेंस अनिल मनराल ने बताया कि देर रात तीन टीमें बनाई गई। एक टीम देहरादून से ही ईई कृष्ण सिंह के देहरादून स्थित आवास पहुंची। यहां जांच में 16.73 लाख कैश बरामद हुआ। दूसरी टीम ने हल्द्वानी स्थित किराए के घर में छापा मारा। यहां से 3.38 लाख कैश बरामद किया। उधर ईई के ऊंचापुल स्थित कार्यालय से 3.38 लाख रुपये कैश बरामद किया।
विजिलेंस ने बृहस्पतिवार को अधिशासी अभियंता से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान बैंक खातों की जानकारी के साथ लॉकर के बारे में भी पूछा गया। शुक्रवार को विजिलेंस की टीम लॉकरों की जांच कर सकती है या बैंकों को पत्र लिखकर लॉकर सीज करवा सकती है। अधिशासी अभियंता कृष्ण सिंह बहुत शातिर है। उसने पुलिस को पहले हल्द्वानी स्थित घर की चाबी नहीं दी। चाबी न होने की बात कहकर टहलाता रहा। सख्ती करने पर उसने चाबी दी। इसके बाद उसने अलमारी, लॉकर की चाबी नहीं दी। काफी ढूंढ़ने के बाद भी चाबी नहीं मिली। इसके बाद सख्ती बरतने पर उसने चाबी के बारे में बताया कहा कि कार्यालय की अलमारी की चाबी भी काफी देर में दी।
अधिशासी अभियंता कृष्ण सिंह घूस की रकम भी ऑफिस की अलमारी में रखता था। उसे पता था कि विजिलेंस उसके कार्यालय में छापा नहीं मारेगी। छापा मारने के बाद ऑफिस की अलमारी से भी रकम बरामद हुई। कृष्ण सिंह के देहरादून और हल्द्वानी आवास में छापा मारने के दौरान पुलिस को कई लिफाफे मिले। इन्हीं लिफाफों में रकम रखी गई थी। किसी लिफाफे में 20 तो किसी में दो लाख रुपये निकल रहे थे। विजिलेंस अनुमान लगा रही है कि यह पैसा अलग-अलग ठेकेदारों से घूस के रूप में लिया गया होगा। तभी रकम लिफाफों में मिली।
विजिलेंस के हाथ ईई की डायरी लगी है। सूत्रों के अनुसार इस डायरी में उसका काला चिट्ठा है। उसमें उसने ठेकेदारों का हिसाब बनाया हुआ है कि किस ठेकेदार से कितना रूपया लेना है। उसने कितने रुपये के काम किए हैं। विजिलेंस अब इन ठेकेदारों से भी पूछताछ कर सकती है। अधिशासी अभियंता के घर से भारी मात्रा में कैश मिलने के बाद विजिलेंस ने ईई की संपत्ति खंगालानी शुरू कर दी है। साथ ही उसकी जमीन और बेनामी संपत्ति की भी जांच की जा रही है। आय से अधिक संपत्ति निकलने पर भी कार्रवाई होना तय है।