
भांजे पांडवों से मिल जायेंगे, गीता का ज्ञान घर-घर में होगा आज नहीं तो कल होगा। दुर्गा जी की महिमा सब के मन में विश्वास जगायेगी, कलश स्थापना घर-घर होगा आस्था का भाव जगायेगी, सप्तशती घर-घर में होगा आज नहीं तो कल होगा। #डा उषाकिरण श्रीवास्तव, मुजफ्फरपुर, बिहार
[/box]
सुन लो भारत मां के सपूतों
एक दिन ऐसा आयेगा,
राम धुन घर-घर में होगा
आज नहीं तो कल होगा।
अपने पथ से भटक गये जो
सही राह पर आ जायेंगे,
भारत माता के चरणों में
अपना शीश नवायेगे,
रामायण घर-घर में होगा
आज नहीं तो कल होगा ।
सुर्पनखा भी अपने घर में
राम-नाम धुन गायेंगी,
शकुनि मामा एक-दिन
भांजे पांडवों से मिल जायेंगे,
गीता का ज्ञान घर-घर में होगा
आज नहीं तो कल होगा।
दुर्गा जी की महिमा सब के
मन में विश्वास जगायेगी,
कलश स्थापना घर-घर होगा
आस्था का भाव जगायेगी,
सप्तशती घर-घर में होगा
आज नहीं तो कल होगा।









