बात से बात निकालना ही भाषण है…

मुल्ला नसीरूद्दीन चुनाव लड़ रहे थे। चुनाव के मामले में वो जरा नये-नये ही थे। भाषण वगैरा उन्हें ढंग से देना आता नहीं था। चुनावी दौरे के समय उनके मित्र चन्दूलाल मारवाड़ी ने उनसे कहा कि भाई ऐसे भी क्या शरमाते हो। अरे! नेता होकर शर्म करते हो। मुल्ला नसीरूद्दीन बोले कि मैं जरा इस … Continue reading बात से बात निकालना ही भाषण है…