लघुकथा : स्लेट का रंग, उसकी मां और ने उसकी बातों को सुनकर उसे कहा कि गांव के स्कूल में छोटे-छोटे बच्चे भी पढ़ने जाते हैं और गर्मियों में वे स्कूल के बरामदे में बैठकर… राजीव कुमार झा की कलम से… सरोज काफी छोटा बच्चा था और काफी नटखट था. एक दिन उसने घर में … Continue reading लघुकथा : स्लेट का रंग
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