कविता : नमामि गंगे

सत्य सनातन की धरती पर गंगा मां कल-कल करती, भागीरथ के तप का फल है जीवन धारा नमामि गंगे, नमामि गंगे। https://devbhoomisamachaar.com/wp-content/uploads/2025/02/Video-National-Games-2025.mp4 प्रयाग राज के पावन तट पर गूंज रहा हर -हर गंगे, श्रद्धालुओं के असंख्य भीड़ में जीवन धारा नमामि गंगे, नमामि गंगे। हरिओम जी सत्येन्द्र पाठक जी का समर्पित प्रयास रंग लाएगा, घर … Continue reading कविता : नमामि गंगे