कविता : सासू मां

आज मां की याद बहुत आ रही है। रह रह कर वो मेरे ख्यालों में मुस्कुरा रही है। मैं बहू हूं, पर बेटी की तरह मुझे प्यार किया। लाड़ दुलार किया। कभी मुझे ये महसूस नहीं हुआ कि मैं पराई हूं। मुझे पैदा नहीं किया पर सगी मां की तरह प्यार किया। कभी उन्हें गुरूर … Continue reading कविता : सासू मां