कविता : आज़ाद पुरुष

उठो देश के लोगों खुद के अधिकारों को ज़रा एक बार पहचानो। निकलकर झूठे किरदारों से खुद के व्यक्तित्व को ज़रा एक बार निखारो। https://devbhoomisamachaar.com/wp-content/uploads/2025/05/Adventure-Ad-05-02-25.mp4 सत्ता सत्ताधारियों की नहीं सत्ता को अजमाने वालों की सदा होती आई है। खुद की अजमाईस कर खुद की एक सत्ता ज़रा एक बार बनाना सीखो। उठो देश के लोगो … Continue reading कविता : आज़ाद पुरुष