कविता : महकें हर नवभोर पर

बने विजेता वह सदा, ऐसा मुझे यक़ीन। आँखों में आकाश हो, पांवों तले ज़मीन॥ तू भी पायेगा कभी, फूलों की सौगात। धुन अपनी मत छोड़ना, सुधरेंगे हालात॥ https://devbhoomisamachaar.com/wp-content/uploads/2025/01/Sports-Video-2025.mp4 बीते कल को भूलकर, चुग डालें सब शूल। महकें हर नवभोर पर, सुंदर-सुरभित फूल॥ तूफानों से मत डरो, कर लो पैनी धार। नाविक बैठे घाट पर, कब … Continue reading कविता : महकें हर नवभोर पर