कविता : चंपा और चमेली

सागरतट पर आकर लहरों में तुमको पाकर गीत सुनाता चांद इसी पहर आसमान में सितारों को अपने पास बुलाकर अनुपम रूपराशि की https://devbhoomisamachaar.com/wp-content/uploads/2025/05/Adventure-Ad-05-02-25.mp4 स्वामिनी सागर की फेनिल लहरों में कौंध रही आज दामिनी । स्तब्ध रात्रि में नीरव स्वर में चहुंदिस आलोड़ित रजनी संध्या की छाया यौवन की अठखेली अली सुंदरी महक रही कलियां उपवन … Continue reading कविता : चंपा और चमेली