‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय’ राष्ट्रवादी पत्रकारिता के पुरोधा : डॉ सुनीता

पंडित दीनदयाल उपाध्याय को आजादी के बाद देश की संसदीय राजनीति में दक्षिणपंथी विचारधारा का पुरोधा माना जाता है। उन्होंने एकात्म मानववाद के सिद्धांत के प्रतिपादन से देश में समाज और शासन को लोकतंत्र के सच्चे आदर्शों की ओर उन्मुख किया और पूंजीवादी- समाजवादी विचारधारा के उथल पुथल के दौर में भारत को एक देश … Continue reading ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय’ राष्ट्रवादी पत्रकारिता के पुरोधा : डॉ सुनीता