कोरोना संकट और कश्मीर को लेकर भारत की विदेश नीति

राजीव कुमार झा

देश के ज्यादातर हिस्सों में कोरोना संक्रमण की दर में भारी गिरावट के बाद इस संकट से बाहर निकल आने की संभावना प्रबल हो गयी है और अब तीसरे चरण का टीकाकरण अभियान भी शुरू हो चुका है और इसकी सफलता के बाद कोरोना नियंत्रण के स्थायी उपायों के बारे में रणनीति को तय करना आसान हो जाएगा!

भारत ने इस दौरान दुनिया के कई देशों को कोरोना का टीका उपलब्ध कराया और इसके लिए मौजूदा सरकार को यहां विरोधी दलों की आलोचना का सामना भी करना पड़ा ! यह एक विषम स्थिति है क्योंकि इस तरह के आरोप प्रत्यारोप में संलग्न लोग अकसर ऐसी घटिया खींचातानी के दौरान यहां की पूर्व कांग्रेसी सरकारों के द्वारा दुनिया में क्षेत्रीय वर्चस्व और प्रभाव कायम करने की होड़ में अन्य देशो में संचालित भारत के बेहद खर्चीले सैन्य अभियानों की बात भूल जाते हैं!

भारत नेपाल , भूटान ,बांग्लादेश और अन्य पड़ोसी देशों की मदद करता रहा है और इनमें पाकिस्तान अमरीका और चीन की मदद पाकर भारत से काफी दूरी और इसके अलावा कुछ ऐंठन दिखाने वाला देश रहा है ! पाकिस्तान ब्रिटिश काल में भारतीय भूभाग से कुछ इस्लाम परस्त लोगों के षड्यंत्र के तहत दुनिया में अस्तित्व में आने वाला देश रहा है!

शीतयुद्ध के काल में यह अमरीका का दक्षिण पूर्व एशिया में अघोषित सैन्य अड्डा बन गया और भारत विरोधी रुख को अख्तियार करके यह देश इसके एक प्रांत कश्मीर पर अपना दावा प्रस्तुत करता रहा है और यहां आतंकवादी समूहों को गठित करके पाकिस्तान ने सांप्रदायिक हिंसा वैमनस्यता की कार्रवाई में शामिल रहा है ! अमरीका सारी दुनिया में अपने सैनय ठिकानों के प्रसार के लिए नये – नये देशों को प्रलोभन देता रहा है !

यूक्रेन को भी इसी पर प्रकार वह अपने प्रभाव का क्षेत्र बनाकर रूसी क्षेत्र में अपना सैन्य दबदबा कायम करना चाहता था ! रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन सचमुच दुनिया के सबसे साहसी नेता हैं और यूक्रेन पर आक्रमण करके दुनिया में क्षेत्रीय सैन्य तनावों के साथ अमरीका के वर्चस्व की वैदेशिक कूटनीति पर उन्होंने हमला किया है!

भारत भी कश्मीर के मुद्दे पर यूरोपीय देशों और अमरीका की मध्यस्थता से इंकार करता रहा है ! पाकिस्तान भारत का पूर्व हिस्सा है और अपने पड़ोसी देश के रूप में भारतीय हितों से उसकी वैमनस्यता रही है , यह बात सारी दुनिया जानती है ! इधर चीन से भी वह सांठगांठ कर रहा है और आपसी महत्व के मुद्दों पर भारत को जानकारी दिए बगैर कई तरह की गतिविधियों में संलग्न है !

सोवियत संघ के विघटन के बाद रूस और इसके पूर्व जनतंत्रों की वर्तमान व्यवस्था का संकट यूक्रेन संकट के साथ भलीभांति उजागर हुआ है और नाटो सैन्य गठबंधन के प्रति संसार का भय भी दूर हुआ है ! ब्लादीमिर पुतिन एक बेहद सुलझे राजनेता के रूप में पहले भी प्रसिद्ध रहे हैं लेकिन यूक्रेन युद्ध ने उन्हें संसार का नायक बना दिया है ! यूक्रेन पर अपने आक्रमण का उद्देश्य उन्होंने इस देश की सैनिक शक्ति को चकनाचूर करना बताया है !

भारत को भी पुतिन से प्रेरणा लेनी चाहिए और अमरीका की परवाह किए बगैर पाकिस्तान को सबक सिखाना चाहिए ! आजादी के साथ देश का बंटवारा हो गया और पाकिस्तान इस्लामिक देश के रूप में अस्तित्व में आया ! उस काल से लेकर अब तक यह देश एक पहेली बना रहा है और अक्सर इस देश के शासन और इसकी संस्कृति की गुत्थियों दुनिया के सामने आती रही हैं !

ओसामा बिन लादेन को पालने पोसने वाला यह देश लंबे समय से संसार में मौजूदा आतंकवाद के के केन्द्र में रहा है और भारत खास तौर पर इसके निशाने पर रहा है ! रूस इन बातों को भलीभांति जानता है!


¤  प्रकाशन परिचय  ¤

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राजीव कुमार झा

कवि एवं लेखक

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इंदुपुर, पोस्ट बड़हिया, जिला लखीसराय (बिहार) | Mob : 6206756085

Publisher »
देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड)

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