मुलाकात बदलते देखा है

प्रकाश वर्मा
कोटवां नरायनपुर, बलिया, उत्तर प्रदेश
मोबाइल नंबर – 8738875698 | ई-मेल – prakashverma.mnb.2000@gmail.com

मैंने हालातों से जूझ कर
हालात बदलते देखा है
रातो ही रात में मैंने
ख्यालात बदलते देखा है
आप क्यूँ बात करते है उन गैरों की मेरे सामने
क्योंकि मैंने बात बात पर अपनो का विचार बदलते देखा है

कुछ सवाल था लोगों के मन में
जो समय के साथ बदलते देखा है
कुछ मौका मिला था हमे
जो पल दो पल फिसलते देखा है
सोचा समेट लूं उन तमाम हसीन लम्हो को
लेकिन मैने करीब से लोगों के
मुलाकात बदलते देखा है

कुछ अरमान था मेरे मन में
जिसको सामने से कुचलते देखा है
कुछ आह भरी थी मन में
जिसको खुशियों में बदलते देखा है
आंचल से ओढाकर गोदी में सुलाकर
ऐसा मां ही करती है गालिब
क्योंकि मैनें गैरो के अक्सर ख्यालात बदलते देखा है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Devbhoomi Samachar
Verified by MonsterInsights