रचनात्मक कार्य करें और आगे बढें
सुनील कुमार माथुर
भारत कश्मीर से लेकर कन्या कुमारी तक एक है । यहां विभिन्न भाषाओं , धर्मों और जातियों के लोग निवास करते हैं फिर भी यहां एकता देखने को मिलती हैं चूंकि हर जाति व थर्म के लोग अपने-अपने रचनात्मक कार्य में लगे हुए है । उन्हें लडाई – झगड़े से कोई भी लेना देना नहीं है बस हर वक्त काम कर समाज को कुछ नया देने में ही लगे रहते हैं ।
यह रचनात्मक मिशन ही भारतीय नागरिकों की असली पहचान है और जिसे कायम रखना हम सबका नैतिक दायित्व बनता है लेकिन कुछ चंद राष्ट्र विरोधी ताकते इस रचनात्मक मिशन को खंडित करने में लगी हुई है जिससे हम सभी को बचकर रहना हैं ।
हमें अपने हर कार्य विवेक से करना चाहिए तभी हम इन राष्ट्र विरोधी ताकतों के इरादों को नाकाम कर पायेगे । यह ठीक है कि वर्तमान समय मे हर किसी को भविष्य की चिंता सताती है लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि हम इन ताकतों के हाथों की कठपुतली बन जायें और अपने ही राष्ट्र को नुकसान पहुंचाने लग जायें । अतः एकता के सूत्र में बंधे रहों और राष्ट्र की मुख्यधारा से जुडे रहों । जहां एकता , मजबूत संगठन होगा वही दूसरी ओर लोकतंत्र मजबूत होगा ।
हमेशा पुष्प की भांति खिले रहों और अपने हुनर की पहचान देश – विदेश में दिखाते रहिए । पुष्प की खुशबू जिधर हवा होती हैं उधर ही फैलती है लेकिन इंसान के हुनर की पहचान चारों दिशाओं के एक साथ फैलती हैं । अतः रचनात्मक कार्य करें और फिर आगें बढें सफलता अवश्य ही मिलेगी ।
समय पर कार्य करने के लिए समय रहते अपने कार्यों को विभाजित कर लीजिए ताकि आपका कार्य समय पर पूरा हो सकें और नया कार्य भी आसानी से मिल सकें । आपका हुनर ही आपकी पहचान है । अतः याद रखिये कि व्यक्ति अपने नाम से नहीं अपितु अपने व्यक्तितव से पहचाना जाता हैं ।
जीवन में सदैव सकारात्मक सोच के साथ आगें बढना चाहिए और जब भी कोई फैसला ले तब उस पर कायम रहें । क्योँकि सोचे कार्य समय पर होने से मन में अपार हर्ष होता हैं और मन प्रफुल्लित रहता है । वहीं दूसरी ओर आपकी रचनात्मक कार्य में रूचि बढेगी ।
हमेशा अपने कार्यों से मतलब रखें । दूसरों के झंझटों में न पडें । चूंकि आज का समय प्रतिस्पर्धा का हैं और इस नश्वर संसार में आपको अपना हुनर दिखाकर ही आगे बढना हैं । तभी आप सफलता को गले लगा सकेगे । जीवन में कभी भी किसी की सुनी सुनाई बातों पर विश्वास न करें अन्यथा नुकसान आपका ही होगा ।
अपने व्यवहार को हमेशा नम्र बनायें रखें एवं बुजुर्गों से आशीर्वाद प्राप्त करते रहें । तभी प्रमाद रहेगा । हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि किसी से भी विवाद न रखें । न ही निजी जीवन में तनाव रखें । पुरानी गलतियों से सीख लेते हुए नये आत्मविश्वास के साथ अपने लक्ष्य की ओर कदम बढाये तथा सफलता की मंजिल दर मंजिल चढे ।
जीवन में सदैव सकारात्मक सोच रखिए फिर भी आपकों आलोचनाओं का सामना करना पड सकता हैं ऐसे वक्त में तनिक भी न घबराइये चूंकि नाराजगी और आलोचनाओं को सकारात्मक लेना चाहिए और आप ऐसा ही कीजिए । चूंकि लोकतांत्रिक व्यवस्था में ऐसा होना भी चाहिए । जब हम सभी को साथ लेकर चलेंगे तभी तो आगें बढेंगे।
¤ प्रकाशन परिचय ¤
From »सुनील कुमार माथुरलेखक एवं कविAddress »33, वर्धमान नगर, शोभावतो की ढाणी, खेमे का कुआ, पालरोड, जोधपुर (राजस्थान)Publisher »देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड) |
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