दूसरों की निंदा करने से बचें

सुनील कुमार माथुर

जीवन में अगर सफलता को हासिल करना हैं तो हमेशा सकारात्मक सोच रखें और दूसरों की निंदा करने से बचें । कभी भी इधर की उधर न करें । यह आदत सही नहीं है और व्यक्ति को हमेशा इस आदत से बचकर रहना चाहिए । चूंकि यह हमारे रिश्तों को बिगाडती हैं और इससे हमारे कार्य भी प्रभावित होते हैं ।

हमेशा अच्छे लोगों का साथ करें । सही लोगों से समय – समय पर उचित मार्गदर्शन लेते रहना चाहिए । विचार – विमर्श करते रहना चाहिए । इससे कुछ न कुछ नया सीखने को मिलता ही हैं । अगर किसी की सहायता करने की जरूरत भी पडे तो पीछे नहीं हटना चाहिए । अगर आपके पास कभी कम समय हो तो भी हताश व निराश नहीं होना चाहिए अपितु कोशिश इस बात की करनी चाहिए कि कम समय में काम कैसे पूरा करें ।

सदा लोगों से मधुर संबंध बनायें रखें व कम बोलें लेकिन अच्छा बोले व अच्छा सोचें तभी लोगों के साथ तालमेल स्थापित हो सकेंगे और अनुकूल वातावरण मिल सकेगा । जीवन में एक बात को सदैव याद रखें कि जो मधुर संबंध बनायें हैं उन्हें कभी भी कमजोर न होने दे चूंकि संबंध बनायें रखने में बर्सो लग जाते हैं लेकिन टूटते देर नहीं लगती हैं ।

जीवन में कार्य के दौरान घर – परिवार व मित्रों के लिए भी थोडा वक्त निकालें और आराम से साथ में बैठकर गपशप करे , मौज मस्ती करें । बस आलस को अपने पर हावो न होने दे । हमेशा आलस का त्याग करके कार्य करें । जीवन में अपने संस्कारों को बनायें रखें व कम समय में अधिक धन कमाने की लालसा में कभी भी कोई गलत रास्ता न अपनाये अन्यथा समाज में आपकी जो प्रतिष्ठा व साख हैं , मान – सम्मान व यश हैं वह एक पल में मिट्टी में मिल जायेंगा ।

जीवन को शान शौकत के साथ जीना है तो फिर दूसरों की निंदा करने से हमें क्या मिलेगा ? बस आप तो अपनी सफलता का समय खुद निर्धारित कीजिए और उसे हासिल करने के लिए जुट जायें । जब लक्ष्य निर्धारित हैं तो कोई भी ताकत आपकों आगें बढने से नहीं रोक सकती।


¤  प्रकाशन परिचय  ¤

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सुनील कुमार माथुर

लेखक एवं कवि

Address »
33, वर्धमान नगर, शोभावतो की ढाणी, खेमे का कुआ, पालरोड, जोधपुर (राजस्थान)

Publisher »
देवभूमि समाचार, देहरादून (उत्तराखण्ड)

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