बोधगया प्रोजेक्ट कन्या इंटर विद्यालय के परिसर 29 वीं वाहिनी एसएसबी के…
बोधगया प्रोजेक्ट कन्या इंटर विद्यालय के परिसर 29 वीं वाहिनी एसएसबी के सौजन्य से पौधारोपण किया गया… पर्यावरण प्रदूषण के चलते लोग तमाम असाध्य बिमारीयों के शिकार हो रहे है। सभी को पर्यावरण के प्रति सजग रहने की जरूरत है। ऐसे में यह जीवनदायिनी पेड़-पौधे ही अगर नहीं रहेंगे तो हम या हमारी आने वाली पीढ़ी कैसे बचेगी ऐसे में हमें एकजूट होकर… #अशोक शर्मा
गया, बिहार। श्री एच. के. गुप्ता, कमांडेंट, 29 वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल गया (बिहार) के मार्गदर्शन में 29 वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल गया (बिहार) के द्वारा प्रोजेक्ट कन्या इंटर विद्यालय बोधगया, (बिहार) के परिसर में वृहद स्तर पर वृक्षारोपण किया गया इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में SSB और विद्यालय के शिक्षक एवं छात्राओं के द्वारा लगभग 150 पौधौं विद्यालय परिसर में लगाया गए।
जिसका थीम “एक पेड़ माँ के नाम” था। इस अवसर पर श्री एच. के. गुप्ता, कमांडेंट, 29 वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल गया के द्वारा छात्राओं को वृक्षारोपण की उपयोगिता तथा पर्यावरण को बचाने व पेड़ की महत्व के बारे में बताया गया साथ ही साथ छात्राओं को पर्यावरण के सबंध में जागरूप किया गया और बताया गया कि पेड़ों की अंधाधुन्ध कटाई से वैश्विक तापमान में बढ़ोतरी हो रहा है जिससे जलवायु परिवर्तन हो रहा है एवं प्रकृति पर प्रतिकूल दुस्प्रभाव पड़ रहा है।
पर्यावरण प्रदूषण के चलते लोग तमाम असाध्य बिमारीयों के शिकार हो रहे है। सभी को पर्यावरण के प्रति सजग रहने की जरूरत है। ऐसे में यह जीवनदायिनी पेड़-पौधे ही अगर नहीं रहेंगे तो हम या हमारी आने वाली पीढ़ी कैसे बचेगी ऐसे में हमें एकजूट होकर इसे गंभीरता से लेना होगा तथा वृहद् स्तर पर वृक्षारोपण करना होगा। साथ ही छात्राओं को जल संरक्षण एवं पानी के अनावश्यक उपयोग को कम के लिए प्रेरित किया गया।
इस वर्ष 29वीं वाहिनीं सशस्त्र सीमा बल,गया (बिहार) एवं इसके समवायों के द्वारा अपने कार्यक्षेत्र में 10,000 पौधों का लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इस कार्यक्रम के दौरान 29वीं वाहिनी स.सी.ब. के द्तीय कमान अधिकारी श्री टी. राजेश पॉल, श्री रवि शंकर कुमार, उप कमांडेंट, श्री ललेन्द्र रत्नाकर, उप कमांडेंट व अन्य अधिकारीगण एवं बलकर्मिकों के अलावे श्री रामजन्म प्रसाद यादव, प्रधानाचार्य ,श्री राजा राम प्रसाद, सहायक प्रभारी एवं अन्य शिक्षकगण भी उपस्थित रहे।