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उत्तराखण्ड समाचार

तबाही का मंजर : 460 लोगों ने छोड़ा घर, 150 से ज्यादा मकानों में…

तबाही का मंजर : 460 लोगों ने छोड़ा घर, 150 से ज्यादा मकानों में घुसा पानी… विधायक शिव अरोरा ने कल्याण नदी से सटे बाढ़ प्रभावित शिवनगर, आजादनगर क्षेत्र का भ्रमण किया। इस दौरान टीम के साथ बचाव कार्य में लगे एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी व एसडीआरएफ की टीम से रेस्क्यू अभियान की जानकारी ली। 

ऊधम सिंह नगर। रुद्रपुर क्षेत्र में 12 घंटे हुई बारिश से कल्याणी और बैगुल नदी उफान पर आ गई। मुखर्जीनगर सहित छह से अधिक क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। करीब 150 से अधिक घरों और दुकानों में पानी भर गया। हालात इस कदर खराब हुए कि आजादनगर में घरों में फंसे 65 लोगों को एसडीआरएफ ने राफ्टिंग नाव की मदद से सुरक्षित निकाला। चार बाढ़ राहत शिविरों में 460 लोगों को ठहराया गया है।

मंगलवार रात दस बजे से क्षेत्र में शुरू हुई मूसलाधार बारिश बुधवार दोपहर तक जारी रही। बारिश के चलते कल्याणी के साथ ही बैगुल नदी का जलस्तर बढ़ा और पानी निचले स्थानों में घुसना शुरू हो गया। ट्रांजिट कैंप के आजादनगर, मुखर्जीनगर, जगतपुरा, प्रेमनगर बस्ती, संजयनगर खेड़ा, फुलसुंगा के कई मोहल्लों में भारी जलभराव से लोगों में अफरातफरी मच गई।

आजादनगर में सात से आठ फुट तक जलभराव हुआ। एसडीआरएफ प्रभारी बालम सिंह बजेली के नेतृत्व में टीम ने रेस्क्यू अभियान चलाकर करीब 65 लोगों को घरों से सकुशल बाहर निकालकर नजदीकी ओम पब्लिक स्कूल के बाढ़ राहत कैंप में पहुंचाया। इसके अलावा बाढ़ प्रभावित 395 लोगों को बालिका विद्या मंदिर जगतपुरा, राजकीय प्राथमिक विद्यालय आवास विकास व भंडारी कॉन्वेंट स्कूल के राहत शिविर में ठहराया गया।

मुखर्जीनगर के एक स्कूल में बने राहत शिविर में जलभराव होने से यहां के लोग अपने घरों की छतों पर चले गए। एसडीआरएफ प्रभारी बजेली ने बताया कि कई लोग घरों की छतों पर थे और कुछ लोग आने को तैयार भी नहीं थे। पानी का जलस्तर लगातार बढ़ने पर इन लोगों को समझाकर रेस्क्यू किया गया।

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नदियों का जलस्तर बढ़ने पर प्रशासन की अपील पर रात को ही लोग राहत शिविर में पहुंचने लगे। कई लोग घरों का सामान निकालकर छतों पर जा पहुंचे और जलभराव से बचाव के लिए सारी रात छत पर ही रहे। कई परिवार रिश्तेदारों के यहां शरण लेने चले गए। जलभराव के कारण घरों में रखा अनाज, फर्नीचर आदि सामान भी भीगकर खराब हो गया। रुद्रपुर क्षेत्र में 17 घंटे में 168.5 मिलीमीटर बारिश हुई। मंगलवार रात आठ बजे से सुबह आठ बजे तक 164 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। इसके बाद दिन में 4.5 मिमी बारिश हुई। इससे नदियां उफनाने के साथ ही खेतों में भी जलभराव हो गया। धान की फसल पानी में डूबी रही।



बारिश के पानी से तीनपानी लबालब भरा रहा। हालात ये हो गए कि पूर्व विधायक राजेश शुक्ला का आवास में भारी जलभराव हो गया। आसपास की करीब दर्जन भर दुकानों में भी पानी भर गया। सड़क पर तीन से चार फुट तक पानी भरने से बुधवार की सुबह 22 बच्चों को लेकर स्कूल जा रही निजी स्कूल की बस बीच सड़क में ही फंस गई और पानी के तेज बहाव को देखकर बच्चे भी परेशान हो गए। चालक ने आसपास के लोगों से मदद की गुहार लगाई। वहीं, बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के दौरे पर निकले एसडीएम मनीष बिष्ट, तहसीलदार दिनेश कुटौला, नगर आयुक्त नरेश दुर्गापाल के साथ ही टीम वहां पहुंची थी। अधिकारी व कर्मचारियों सहित अन्य लोगों ने धक्का मारकर बस को जलभराव क्षेत्र से बाहर निकाला था। बच्चों को स्कूल ले जाने के लिए स्कूल से दूसरी बस वहां पहुंची।



तीनपानी पर भारी जलभराव के कारण आमजन को आवाजाही में भी परेशानी का सामना करना पड़ा। स्कूल बस पानी में फंसने के बाद पुलिस प्रशासन की ओर से बाईपास पर वाहनों की आवाजाही को बंद कर दिया गया। दोपहर तक सड़क पर आवाजाही बंद रहने से पुलिस कर्मियों ने वाहनों को हाईवे से इंदिरा चौक होते हुए शहर के भीतर आने जाने दिया। इसके अलावा राहगीर इस रास्ते से पैदल निकलते रहे। कई बाइक व साइकिल सवार पैदल ही तीनपानी तिराहा पार करते दिखे। करीब दो घंटे बंद रखने के बाद सड़क को खोल दिया गया।



रुद्रपुर में मुख्य बाजार में जलभराव की समस्या सालों से बनी थी। हल्की बारिश में मुख्य बाजार में जलभराव होता था। लेकिन नगर आयुक्त और टीम ने पिछले पांच दिनों तक सालों से बंद पड़ी नालियों को दिनरात लगकर खुलवाने का काम किया था। इसका नतीजा रहा कि इतनी भारी बारिश में मुख्य बाजार में इस बार पानी नहीं भरा। कुछ जगहों पर नाली में पॉलीथिन या कचरा फंसने से जलभराव हुआ, इसे निगम टीम ने पहुंचकर साफ कर दिया था। नगर आयुक्त दुर्गापाल ने बताया कि निगम की टीमें सुबह से जलभराव वाले क्षेत्रों में निकासी में जुटी हैं। चार पंपों से निकासी की जा रही है।



सिंचाई विभाग की ओर से तीनपानी तिराहा के आसपास जलभराव को देखते हुए मेडिसिटी अस्पताल के सामने हाईवे पर पुलिया के नीचे लगे लोहे के तीन गेट हटाए गए। इससे जल निकासी तेजी से होने लगी। कल्याणी नदी में भूतबंगला झील के पास बहकर आए कूड़े को जेसीबी की मदद से बाहर निकालकर जल निकासी कराई गई। ट्रंचिंग ग्राउंड के पास कल्याणी नदी में पोकलेन लगाकर नदी को चौड़ा किया गया।



रुद्रपुर ट्रांजिट कैंप क्षेत्र में कल्याण नदी से बाढ़ प्रभावित मोहल्लों को एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने एसपी सिटी मनोज कत्याल, सीओ सिटी निहारिका तोमर व पुलिस की भारी टीम के साथ मुआयना किया। कहा कि डूब क्षेत्र जगतपुरा, खेड़ा व मुखर्जीनगर के प्रभावितों को नजदीकी राहत शिविरों में ठहराया गया है। उन्होंने लोगों से अपने बच्चों व महिलाओं के साथ आसपास रहने वाले अपने रिश्तेदारों के यहां शरण लेने की अपील की।



विधायक शिव अरोरा ने कल्याण नदी से सटे बाढ़ प्रभावित शिवनगर, आजादनगर क्षेत्र का भ्रमण किया। इस दौरान टीम के साथ बचाव कार्य में लगे एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी व एसडीआरएफ की टीम से रेस्क्यू अभियान की जानकारी ली। विधायक ने कहा कि जिला प्रशासन की टीमें बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद हैं। भाजपा प्रदेश मंत्री विकास शर्मा, निवर्तमान मेयर रामपाल सिंह, समाज सेवी संजय ठुकराल, व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनेजा आदि ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर स्थिति देखी और प्रशासन से प्रभावितों को हुए आर्थिक नुकसान का आंकलन कराकर मुआवजा देने की मांग की।


तबाही का मंजर : 460 लोगों ने छोड़ा घर, 150 से ज्यादा मकानों में घुसा पानी... विधायक शिव अरोरा ने कल्याण नदी से सटे बाढ़ प्रभावित शिवनगर, आजादनगर क्षेत्र का भ्रमण किया। इस दौरान टीम के साथ बचाव कार्य में लगे एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी व एसडीआरएफ की टीम से रेस्क्यू अभियान की जानकारी ली। 

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