मंसाडीह से झाझ तक आज तक नहीं बनी सड़क, ग्रामीणों में है रोष…
अर्जुन केशरी की रिपोर्ट
गया, बिहार। ग्रामीण विकास से कोसों है दूर। कई गांव में अभी तक आजादी के पहले की स्थिति। आज आजादी को हुए 74 साल बाद भी नहीं बनी सड़क। कीचड़ भरी सड़क से होकर गुजरते हैं ग्रामीण। स्थानीय प्रतिनिधि को भी नहीं पसीजता है दिल। पता नहीं कुछ ग्रामीणों के साथ क्यों किया जा रहा है सौतेला व्यवहार। यह मामला है गया जिला के बाराचट्टी प्रखंड अंतर्गत झाझ पंचायत के मंसाडीह से झांझी गांव कि। जहां लोगों को पैदल चलना है दूभर।
कीचड़ भरी सड़क से होकर गुजरते हैं ग्रामीण…
आज तक नहीं बनी सड़क। ग्रामीणों के मुताबिक सरकार कहती है हर गांवों में होगी पक्की सड़क पर उनके भी वादे हो रहे फेल। सारे प्रतिनिधि चुनाव के समय में लंबे लंबे वादे करते हैं पर जीतते ही अपनी रोटी सेकने में लगे रहते हैं। सारे किए वादे से मुकर जाते है। आक्रोशित ग्रामीणों ने यह भी बताया कि होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में एक ही नारा गूंजेगा रोड नहीं तो वोट नहीं।